Sagar Rajbhar:मैं इज़हार करूँ तो ना भी हो सकती है,
तुम करो तो हां की ज़िम्मेदारी मेरी...
सलीके हमें भी आते है उन्हें कब्ज़े में करने के,
मुर्शिद उनसे कहदो अपनी अदाओं पर गुरूर न करें...!
:
ख़ैर.... उसकी बात क्या ही करें....
जिसकी वजह से हर रात.... ज़हर की तरह पीनी पड़ती है हमें.....
ये कैसे फासले हैं..... तेरे मेरे दरमिंयाँ...
मुझसे करे न करे इश्क़...... तू मुझे आज़तक ......कभी दूर लगा ही नहीं....
ये आज की बारिश नें तो कमाल कर दिया....
मैं उससे मिल के रोया.... औऱ बिना उसके जानें बारिश नें अपना काम कर दिया
ख़ैर..... वो वक़्त का घाव था....
वक़्त के साथ.... भर जाएगा
किसी औऱ के घर की...... आबरू है वो....
अब मेरा इश्क़ नहीं.... मेरा अतीत है वो..
कौन था वो..... जो चला गया.....
रूह... जब ज़िसम से निकलती है..... मौत कुछ देर बाद आती है क्या....???
कमज़ोर नहीं था.... हारनें वाला....
जिगरा..... लोहे का चाहिए..... सौ बार हारनें के लिए....
उसे डूब जाना ही अच्छा लगा...... जिंदगी की नाव में....
बचानें वालों की कोई कमीं न थी... मझधार में भी.....
वक़ालत वो करता था.... अपनी दोस्ती की... बहुत....
वक़्त आया तो मैनें भी.... असली तेवर... देख लिया है....
तुझसे बातें करनी...... तो बहुत थी.....
तू सामनें जब आयी.... मुझे खमोशी ही बेहतर लगी....
ये इश्क़ कोई तमाशा नहीं.... साजिश समझो.....
दिल.... दिमाग और समाज.... तीनों से मुक़ाबला है यहाँ....
तू इश्क़ कर ..... औरों से भी बहोत कर... हम ग़ैर हैं.... क्या ऐतराज़ करेंगे...
हम तो जितना कर सकेंगे इश्क़...... बस तुझी से करेंगे...
मिले तुमसे..... एक अरसा हो गया है....
याद तुम्हारी बहुत आ रही है.... मौत पहले.... आ जाती तो अच्छा होता.....
हम नए नहीं हैं...... इस दरिया-ए-इश्क़ में....
पर.... हर किसी को.... यूँ ही सलाह देंनें का... अब मन नहीं करता....
यूँ बेवज़ह ..... दिल की बात.... न कर ज़ामनें वाले...
मैनें देखा है... मोहब्ब्त चेहरों से हुआ करती है अक्सर
मुझे बार बार ...... इधर आनें से रोका गया...
ये ग़रीबी की दीवार..... बड़ी मुश्किल से.... लाँघ पाया हूँ....
शायद कोई तराश कर मेरी किस्मत संवार दे...
यह सोच कर हम
उम्र भर पत्थर बने रहे.......!!
और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा
राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा
आज देखा है तुझको देर के बाद
आज का दिन गुज़र न जाए कहीं
उतरते देखा है नशा हर बोतल शराब का,
इन आँखों से उतरता नहीं तो बस इक नशा तेरे इश्क का।
Sanket:
आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ हो
नज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है
sankey 07:
वो दिल ही क्या तेरे मिलने की जो दुआ न करे
मैं तुझे भूल के ज़िंदा रहूं ख़ुदा न करे
Dr ÃBHÏÑÄV MISHRA:
पसंद तो मै उन्हें सादगी में हूँ ...
पर उनके लिये सजना मुझे पसंद हैं !! ❣😍
Suno....
अल्फ़ाज़ नहीं लिखते बल्कि उनमें दर्द पिरोते हैं ...
वो शायर ही होते है जनाब जो स्याही से रोते हैं !!!
#abhinav✍️✍️
मुझसे मिलना हो तो खुद के किरदार मे आना,
ये चेहरे परख लेने की बुरी आदत है मुझे...❣️❣️
:
मुड गया.... वो हमें आते देखकर....
उसे लगा.... मैं कहीं... उसका हाल पूछनें न चला जाऊं...
Dr ÃBHÏÑÄV MISHRA:
शब्द भी हार जाते हैं
कई बार जज्बातों से...
कितना भी लिखो
कुछ ना कुछ बाकी रह जाता है.....
तुम कहते हो के मैं किसी गुलाब से कम नहीं ...
तो क्या मैं ये मान लूं के तुम्हे मेरे कांटों से भी प्यार है !!!
palak:
जिसमे जिस्म की भूक भरी हो...
कैसे प्रेम के नाम वो व्यापार करू
जो रूह से वाक़िफ़ ही न हो...
बोलो कैसे मे एसा प्यार करू.......
Dr ÃBHÏÑÄV MISHRA:
बूंद बूंद करके तुम समा रहे हो मुझमें ...!!
जैसे बरसों से सूखी इस जमीं को
बरसात नसीब हुई हो .!!.
:
बात ये नहीं ..... कि मैं जीत गया....
दुश्मन अच्छा था.... यकीन मानें... मज़ा... आया...
HimAnchuuuu ^_^:
इन राहों की दूरियों को कम कर लेंगे
एक कदम तुम चलना एक कदम हम चल लेंगे
पेट्रोल तो खाली बदनाम हो गया..
भाव तुम्हारे भी कौन से कम है...!!
बेहिसाब है तेरी यादों का हिसाब
मेरे हक़ में है.. तेरे ख्वाब ही ख्वाब...!
D.k Sejwal:
छोड़कर जाने बाला क्या जाने !
यादो का बोझ कितना भारी होता है !!
#heartbeat
तुम्हारी दूरियां बहुत सता रही है सच कहूं तो तुम्हारी बहुत याद आ रही है !!
#heartbeat
Roshni Kushwah:
शोर सी है ज़िन्दगी मेरी
सुकून सा है। इश्क़ तेरा,✍️
D.k Sejwal:
में अधूरा नही हू तेरे बिना
फिर भी पूरा नही हू !!
#heartbeat
:
वो जल्द बाज़ी मे मुझसे इश्क़ करने लगी थी !
वरना मैं उसको पढ़ाई का मशवरा देता !!
Khan sahab:
मैंने तेरे बाद किसी से जुड़ कर नहीं देखा,
मैंने तेरी राह तो देखी, पर तूने मुड़ कर नहीं देखा 💔😒
करे हैं अदावत भी वो इस अदा से,
लगे है कि जैसे मोहब्बत करे हैं 🔥😊
:
हमारी अदालत मे अक्सर सच्चा प्यार हंसता है
यूँ कहो तो जिसका दिल टूटता है वो प्यार होने के बाद ही जीना सिखता है
S Patil:
💖🤝💝
जरा सम्भल कर रखना मोहब्बत की दुनिया में कदम,,
रंग बिरंगी है ये दुनिया बहुत कम मिलते हैं यहां हमदम...
🌷💝🌹
.......❤️Mahi❤️.......:
उसने चाल ऐसी चली
कि मेरी मात यक़ीनी थी
लेकिन क़िस्मत अपनी अपनी थी
हारा मैं .....पछताया वो
Ashu🤘:
हर बार कोई ना कोई दिल तोड़ जाता है.....
सभी एक जैसे नहीं होते बोलकर धोखा दे जाता है...
💔
Khan sahab:
इश्क़ का क्या है, दोबारा भी हो सकता है,
नियत अच्छी हो, तो बरकत बनी रहती है 🔥😊
लफ्जों का इस्तेमाल हिफाज़त से करिए,
ये परवरिश का बेहतरीन सबूत होते हैं 🙏😊
nren :)):
ये पहला इश्क़ है तुम्हारा सोच लो...
मेरे लिए ये रास्ता नया नहीं है ...🤗😍
Khan sahab:
हंसता हूं आस पास के आंसू समेट कर,
वो क्या ख़ाक हंसेंगे जिन्हें रोना नहीं आता 💔🔥
nren :)):
मै रात भर तुझे याद करता रहा।
मै रात भट करवटें बदलता रहा।
😌😌
D.k Sejwal:
हर किसी से हो जाए मजबूरी थोड़ी है और जिसे हम चाहे वो भी हमे चाहे जरूरी थोड़ी हे
#heartbeat
Khan sahab:
तुम बाढ़ की तरह इश्क़ तो करके देखो,
हम बिहार की तरह डूब ना जाये तो कहना ❤️🤗
सब कुछ होते हुए भी कितने मजबूर हैं हम
एक ही आसमान के नीचे रहकर भी कितने दूर हैं हम 💔🥀
कोई ए शकील पूछे ये जुनूँ नहीं तो क्या है कि उसी के हो गए हम जो ना हो सका हमारा🔥😊
तेरे आज़ाद गिरफ्तार भी हो सकते हैं,
इश्क़ तो इश्क़ है दो चार भी हो सकते हैं 💔😊
लफ्ज़ ए तसल्ली तो एक ताल्लुक है,
जिसका दर्द उसका दर्द बाकी सब तमाशा 🔥🥀
रुतबा तो ख़ामोशियों का होता है,
अल्फाज़ का क्या है, मुकर जाते हैं हालात देखकर 🔥😊
हो सके तो ख़ामोशी सुन लेना,
लफ्जों का तो जनाज़ा निकाल चुका हूं मैं 🔥😊
Virat Azamgarhi🎸🎸:
की तेरे प्यार मे कभी हम भी पागल हुआ करते थे ,, और कभी कभी तेरे नैनो के बाड़ से भी घायल हुआ करते थे
Mohit D verma:
तुम कहते थे कभी भूलेंगे नही
।।
।।
क्या सच में मोहित की याद नहीं आती
Sarita Ahuja:
याद करोगे मेरी मुहब्बत तो हैरानी होगी,
मान लो बेवफा मुझे ,तुम्हे आसानी होगी ।
nren :)):
तुम्हें याद करके हम उन रातो को न सोए थे।
तुमसे बिछड कर हम बॉथरूम में भी रोए थे।
Sarita Ahuja:
निग़ाहों में कोई दूसरा चेहरा नही आया
भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का ।
अंजामे-मुहब्बत की फ़िक्र करना फ़िज़ूल है ,
मिल जाओ तुम अगर,हमें हर सज़ा कबूल है ।
Khan sahab:
देख लो दिल पर कितने ज़ख्म हैं
तुम तो कहते थे, इश्क़ मरहम है 💔
माँ समझती रही बुखार है मेरे बच्चे को,
रूह को खा गया था, रोग जुदाई का 🥺💔
वो हर एक लड़का अंदर से टूट जाता है,
जिसको लोग बेरोज़गारी का ताना देते हैं 😒
बहुत ख़ामोश होकर हम उसे देखते हैं
कहते हैं इबादत में बोला नहीं जाता 😊🔥
Mahesh Somani:
तुम्हारा ज़ुल्म काफ़ी है, हमें बेदार करने को
जो लोहा ज़ुल्म सहता है वही तलवार बनता है..
Tera Dost Aayush...:
बहुत खुशनसीब हूँ मैं,
क्योंकि तेरे सबसे करीब हूँ मैं....
अल्फ़ाज़ नहीं लिखते बल्कि उनमें दर्द पिरोते हैं ...
वो शायर ही होते है जनाब जो स्याही से रोते हैं...
मुहब्बत कितनी रंगीन है किसी से सुन के देखिये.
और मुहब्बत कितनी संगीन है खुद कर के देखिये.
जिवन में ज्यादा रिश्ते होना जरूरी नहीं हैं....
पर जो रिश्ते है उनमें, जीवन होना जरुरी हैं....
लंबी मुलाक़ात के लिए हम ये हुनर अपनाते हैं,
जब भी वो आते है, हम चाय जरा ज्यादा गरम बनाते हैं
क्यूँ है इसका जवाब नही मेरे पास,
बस इतना पता है मोहब्बत है तुमसे !
जब मर्द खुद एक कौड़ी का नहीं रहता है,,,
तब औरत उसको दो टके की लगने लगती है...
तेरे नाम को मेरे नाम का सहारा चाहिए
समझ गए हो या कोई और इशारा चाहिए..
वास्ता नहीं रखना तो नज़र क्यों रखते हो,
किस हाल में हूँ जिंदा ये खबर क्यों रखते हो.
तुझे पाने की उम्मीद नहीं फिर भी इंतज़ार है।
चाहत अधूरी ही सही पर तेरे लिए बेशुमार है।।
तेरी यादें… तेरी बातें… बस तेरे ही फसाने है….
हाँ कबूल करते है……. कि हम तेरे दीवाने है
अगर रो पढ़ू किसी दिन तेरे सामने..
तो समझ लेना वो मेरे बर्दाशत की आखिरी हद थी..
रो दिया हूं तब तब मैं उस पल,
जिस पल तुमने मुझे अनदेखा किया है।
कितना मुश्किल है उस शख्स को मनाना जो रूठा भी ना हो और बात भी ना करे।
roshu kush:
तबाह हो कर भी तबाही दिखती नहीं
ये इश्क़ है, जनाब इसकी दवाई बिकती नहीं,,✍️✍️
उसे चाहत हो गई,शहर से
मोहब्बत तो आज भी गाव मै है,✍️✍️
Abhi:
तुम ज़माने से जा मिले वरना ,
हम ज़माने को तुमसे मिलवाते..!!
Aamir:
जिस रफ़्तार से तू निकल रही है ए जिंदगी,
एक चालान तो तेरा भी बनता है.!
Tera Dost Aayush...:
जरूरी तो नहीं तुम मेरी सारी "ख़्वाईशो" को मानो,
"दहलीज" पर रख दी है "अर्जी" आगे तुम जानों
जो भी मिले..खिलाड़ी ही निकले...
कोई दिल से खेल गया.. तो कोई जिंदगी से.
Innocent Boy 😘:
जिस दिन लड़की के बाप बन जाओगे
ना साहब...😊
लड़की माल नही घर का
मान नज़र आएगी... 😊
Agyaatwaasi:
कोई पूछेगा तो सुबह का भूला कह देंगे,
तुम आओ तो सही हम शाम को सवेरा कह देंगे....😣😣😣😣
@_CM SAAB:
क़ातिल ...... कई तरह के सुने होंगें आपनें....
कभी सुना है.... बस नज़र उठा के देख लेनें भर से क़त्ल करनें वाला....?
बेशक ज़रूरत है उसे.... नक़ाब पहननें की.....
वरना मौत का मुक़द्दमा उसके खिलाफ़.... हर रोज़ होता....
Ashish Verma:
मोहब्बत ने बस इतना सिखाया है जनाब,,,
हमेशा दोनों को टूटना होता है आधा आधा।
💔
:
उसे लगता है मोहब्ब्त में.... इज़हार ज़रूरी होता है....
जहाँ इश्क़ हो ....वहाँ बताना ज़रूरी है.... ऐसा ज़रूरी तो नहीं
roshu kush:
छू जाते हो तुम हर रोज एक नया ख्वाब बनकर,
ये दुनिया तो खामखां कहती है, तुम मेरे करीब नहीं।💌✍️✍️
Abhi:
वादों की जरूरत नहीं होती
उन रिश्तों में,
जहां निभाने वाले पर
भरोसा होता है.....
✍✍
roshu kush:
मुझसे मेरी निगाहों की कीमत ना पूछिए, राधे
देखा नहीं किसी को आज तक हिकारत से,💌✍️
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