नजर बचा कर नज़र से देखता हूँ
तुम बुरा ना मान जाओ इसलिए देखता हूं
जब भी देखता हूँ तुम नई सी लगती हो
इसलिए रोज़ फिर से देखता हूँ
मैं तुम्हारे चेहरे की किताब पढ़ता हूं
शायद तुम सोचती हो में तुम्हे गलत नज़र से देखता हूँ
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अगर तुमने मुझे कभी,
चाहा होगा तो,,
दिल तुम्हारा भी टूटा होगा,,
अगर तुमने मुझे कभी,,
चाहा ही नहीं होगा,,
तो मुझे छोड़ने के पहले,,
किसी और को अपनी ज़िंदगी में लाया होगा,,
चलो! कोई बात नहीं,,
शायद! खुदा हम दोनों को,,
इतने समय के लिए एक दूजे का बनाया होगा,,
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मेरे जीवन में "ज्योति" आए,,
सारे अंधियारे छंट जाएं,,
जब कटे "सहर्ष" का अंग,,
तो मेरे जिस्म के सारे हिस्से,,
"ज्योति" के हिस्से में आए,,
आओ आप मेरी ज़िंदगी में ऐसे,,
कि मेरी जीवन की सारी अंधियारी छंट जाए,,
सारी अंधियारी छंट जाए,,
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एक लाख कागज़ पर लिखने में,,
और एक लाख उसी कागज़ के बने,,
रुपए कमाने में जैसा अंतर होता है,,
ठीक वैसा ही अंतर प्यार मोहब्बत की,,
बातें करने और शायरी करने में,,
और किसी इंसान से प्यार मोहब्बत करने में होता है,,
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जीत लो तुम दिल मेरा,,
मैं अपना दिल हारने को तैयार हूं,,
आजीवन चाहेंगे हम तुम्हें,,
और मैं तुम्हारे दर्द सहने को भी तैयार हूं,,
बस अपना बना लो मुझे,,
मैं तुम्हारा होने को बेकरार हूं,,
मैं तुम्हारा होने को बेकरार हूं,,
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