तूने बहोत बदनाम किया हैं मुझे जा तू भी बदनाम किया जाएगा जा तू भी बदनाम किया जाएगा

वो जो जगहा जगहा मेरी बदमानी करता हैं
वो फ़रेबी हैं धोखेबाज़ हैं सब झूठ बताता हैं
कितनो को बदनाम करेगा तू अंगार लगाएगा
तू कितना बड़ा झूठा हैं ये सामने आएगा 
तूने बहोत बदनाम किया हैं मुझे 
जा तू भी बदनाम किया जाएगा 
जा तू भी बदनाम किया जाएगा

कितनो को तूने बदनाम किया 
मेरी तरहा उनके साथ भी किया
दिल में तेरे कोई खौफ़ नहीं हैं 
तूने सब को कितना रुलाया 
तू बेशर्म है तुझे शर्म नही आएगी 
तू अपनी हरकतों से कब बाज आएगा
तू कितना बड़ा झूठा हैं ये सामने आएगा 

तूने बहोत बदनाम किया हैं मुझे 
जा तू भी बदनाम किया जाएगा 
जा तू भी बदनाम किया जाएगा

___________________________________________

जिस तरह पैदा हुए उस से जुदा पैदा करो 
ख़ुद को अपनी ख़ाक से बिल्कुल नया पैदा करो 

शहर के इन आइना-ख़ानों में फिरना है फ़ुज़ूल 
चाहिए चेहरा तो अपना आइना पैदा करो 

यार सज्दों का भी कुछ मेआ'र होना चाहिए 
पहले जा कर ढंग का कोई ख़ुदा पैदा करो 

इस हुजूम-ए-शहर में उस तक पहुँचना है मुहाल 
अब तो अंदर ही से कोई रास्ता पैदा करो 

ताकि इक घर में रहे तो दूसरा महफ़िल में हो 
'इरफ़ान अलाउद्दीन' अपने जैसा दूसरा पैदा करो

___________________________________________

ये सोच के दिल मेरा जोरो से धड़कता हैं
किसी और के छत पर क्यू मेरा चाँद चमकता हैं
हम डूब गए जानाँ आँखों के पानी में 
जाने वो कैसे लोग थे जिनको किनारा मिला....


तुम मेरे हो इस बात में कोई शक नहीं,
पर तुम किसी और के नहीं होगे ‘
बस इस बात का यकीन दिला दो।।........


 सोच रहा हूं दिल पर भी गोरिल्ला ग्लास लगवा लूं
अगर टूटेगा तो ग्लास टूटेगा दिल नहीं

उम्र भर सूखे पत्तों की तरह बिखरे थे हम
मुद्दत्तो बाद किसी ने समेटा भी तो जलाने के लिए..

___________________________________________

टिप्पणियाँ